tag:blogger.com,1999:blog-3431312993057069302.post2144717145933735262..comments2023-07-17T13:46:46.521+05:30Comments on अभिव्यक्तियाँ: हमारे संस्कारअनामिका की सदायें ......http://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3431312993057069302.post-36878030146741964572010-01-25T19:33:05.232+05:302010-01-25T19:33:05.232+05:30सही कहा आपने मगर संगीता जी की बातों से सहमत हूँसही कहा आपने मगर संगीता जी की बातों से सहमत हूँनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3431312993057069302.post-54304525685255348592010-01-24T14:57:20.167+05:302010-01-24T14:57:20.167+05:30वक्त के साथ हर चीज़ बदलती है...लेकिन केवल अपनी खुशी...वक्त के साथ हर चीज़ बदलती है...लेकिन केवल अपनी खुशी या चाहत को सर्वोपरी रख कर हम अपनी नैतिकता को नहीं त्याग सकते...आज घर घर में पुराणी मान्यताएं बदल रही हैं...अंधानुकरण न करें लेकिन जो सहज और सरल हैं उनको ज़रूर माने .आदर्शों को निश्चित करें, अन्यथा पतन स्वाभाविक हैसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com