कई इंसानों में प्रेमाग्नी जितनी प्रबळ होती है उसे दमन करने की शक्ती भी असीम होती है. कई बार प्रेमाग्नी को दबाते-दबाते इन्सान की अवस्था ऐसी हो जाती है मानो वर्षों का रोगी हो. प्रेमियो को अपनी अभिलाषा पूरी होने की आशा हो या ना हो, परंतु वो मन ही मन अपनी प्रेमिकाओं से मिलने का आनंद उठाते रहते हैं . वे भाव संसार में अपने प्रेम पात्र से वार्तालाप करते हैं. उसे छेड़ते हैं , उससे रूठते हैं . उसे मनाते हैं और इन भावों में उन्हें तृप्ति मिलती है और मन को एक सुखद और रसमय कार्य मिल जाता है. परन्तु कोई शक्ति उन्हें इस भावोद्यान की सैर करने से रोके तो उन अभागों की दया शोचनीय हो जाती है.
अम्रिता प्रीतम
बहुत अच्छी पंक्तियां। अब अमृता जी के आगे क्या लिखा जाए बस यह अर्ज़ है कि .....
ReplyDeleteशब्द तो शोर है तमाशा है,
भाव के सिंधु में बताशा है।
मर्म की बात होठ से न कहो,
मौन ही भावना की भाषा है।
इस प्यार को पागलपन कहा गया है इस जग में ! मीरा एक ऐसी ही दीवानी थी ...
ReplyDeleteइन्हें समझना आसान नहीं !
शुभकामनायें !
नमस्कार
ReplyDeleteप्रेम की भावना और प्रेमाभिव्यक्ति दोनों ही अद्भुत होते हैं ! एक प्रेमी अपने भावसंसार में जब विचरण करता है और प्रेम की जिन उदात्त अनुभूतियों को जीता है वे वर्णनातीत होती हैं ! सुन्दर पंक्तियाँ ! शुभकामनायें !
ReplyDeleteमन के भावों को कोई न कोई प्रवाह मिलता रहे, दमन दुखदायी होता है।
ReplyDeleteप्रेम सबसे प्रबल भावना है वह अभिव्यक्ति का कोई न कोई माध्यम ढूंढ ही लेती है
ReplyDeleteप्रेम ही इंसान को इंसान बनाये रखता है प्रेम शाश्वत है और वो ही इस धरा को स्वर्ग सा बना सकता है |
ReplyDeleteपहली बार आपके ब्लॉग पर आया अच्छा लगा !
ReplyDeleteबहुत सुन्दर पंक्तियाँ ! शुभकामनायें
prem kaa virtual sansaar ,premi ke liye asli hotaa hai .
ReplyDeletevaayviy prem kee yahi to visheshtaa hai ,aseem hai .
veerubhai .
anamika ji
ReplyDeleteek prem karne wala sachcha insaan jab
apne mano bhovn ke sath apni alag hi duniya me vichran karta hai to use usme hi jo sukhad anubhuti hoti hai vah vastav me avarnniy hoti hai.ekdam sateek v yharth purn prastuti
bahut bahut badhai
poonam
एक मौन सृजन |
ReplyDeleteसच ही तो है ..सुन्दर पंक्तियाँ
ReplyDeleteहम सब इस दौर से गुज़रे हैं। अमृता प्रीतम ने मानो हर युवा धड़कन को एक आवाज़ दे दी।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति .आभार
ReplyDeletebilkul sach hai
ReplyDeletesarthak...
ReplyDeleteआपको हरियाली अमावस्या की ढेर सारी बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं .
ReplyDelete