Tuesday, 13 September 2011

जय हिंदी




जय हिंदी, जय देवनागरी !

जय कबीर-तुलसी की वाणी,
मीरा की वाणी कल्याणी.
सूरदास के सागर-मंथन...
की मणि-मंडित सुधा-गागरी.
जय हिंदी, जय देवनागरी !

जय रहीम-रसखान-रस-भरी,
घनानंद- मकरंद - मधुकरी.
पद्माकर, मतिराम, देव के...
प्राणों की मधुमय विहाग री.
जय हिंदी, जय देवनागरी !

भारतेंदु की विमल चांदनी,
रत्नाकर की रश्मि मादनी.
भक्ति-स्नान और कर्म-क्षेत्र की,
भागीरथी भुवन-उजागरी.
जय हिंदी, जय देवनागरी !

जय स्वतंत्र भारत  की आशा,
जय स्वतंत्र भारत की भाषा.
भारत - जननी के मस्तक की...
श्री-शोभा-कुंकुम -सुहाग री.
जय हिंदी, जय देवनागरी !

मगन अवस्थी

10 comments:

  1. हा हा हा स्कूल का असर सिर चढ़ कर बोल रहा है.जिनके साथ रहते हैं उनके विचारों से प्रभावित होना स्वाभाविक है मेडम जी.आपका होंदी प्रेम से ओत प्रोत यह रूप और यह रचना दोनों पसंद आये .जय हिंद ,जय हिंदी और....जय जय अनामिका जी की.स्कूल मे बच्चो को याद कराओ इसे इस काबिल है.मोग्म्बो खुश हुआ रोव्नी लड़की को इस रूप मे देख कर हा हा हा

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  2. सुन्दर पंक्तियाँ..
    जय हिंदी, जय देवनागरी

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  3. हिन्दी भाषा की महिमा को स्थापित करती बहुत सुन्दर रचना ! काश हिन्दी अपनी प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित करने में सफल हो ! जय हिन्दी जय भारती !

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  4. बहुत अच्छी कविता आपने पढ़वाई है। इसे पहले नहीं पढ़ा था।

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  5. हिन्‍दी दिवस की शुभकामनाओं के साथ ...
    इसकी प्रगति पथ के लिये रचनाओं का जन्‍म होता रहे ...

    आभार ।

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  6. भारतेंदु की विमल चांदनी,
    रत्नाकर की रश्मि मादनी.
    भक्ति-स्नान और कर्म-क्षेत्र की,
    भागीरथी भुवन-उजागरी.
    जय हिंदी, जय देवनागरी !

    हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ

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  7. हिंदी हमारी शान है ... पहचान है ... इसका माँ सामान अपने देश में होना चाहिए ...
    आपने बहुत ही बेहतरीन अंदाज़ में हिंदी दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की हैं ...

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  8. हिंदी दिवस पर बहुत सुंदर प्रस्तुति ! आपको इस दिन की बहुत शुभकामनायें !

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  9. भारतेंदु की विमल चांदनी,
    रत्नाकर की रश्मि मादनी.
    भक्ति-स्नान और कर्म-क्षेत्र की,
    भागीरथी भुवन-उजागरी.
    जय हिंदी, जय देवनागरी !
    हिन्दी दिवस पर एक सशक्त प्रस्तुति

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  10. अच्छी कविता है। कविताएं भाषा के संरक्षण में प्रेरक रही हैं और सहायक भी।

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